वो सर्दी की कपकपाती अमावस की काली रात, नीला कैसे भूल सकती थी।जब रात के अढ़ाई बजे ,सामने वाले घर से कॉल का आना, की अभय का कार एक्सीडेंट हो गया है और उसका कहीं पता नही है। नीला के पैरों तले से जमीन खिसक गई। सुध- बुध खो बैठी थी नीला। मानो उसके सिर पर आसमान टूट पड़ा हो ।खबर सुनते ही नीला के हाथ पांव ठंडे पड़ गए थे। आँखे दर्द से कराह उठी थी क्योकि वो अभय की, अभागन माँ थी।उसके पिता समीर तुंरत ही उसे ढूंढने निकल पड़े जहा कार हादसा हुआ था। सर्दी की ठिठुरती, धुँध वाली वो रात, आस- पास कुछ भी नजर नही आ रहा था। अभय के पिता को बस ये था कि अभय मिल जाये। आसपास जितने भी हॉस्पिटल पड़ते थे सब जगह छानबीन की, पर उसका कहीं पता नही चला। ढूंढते ढूंढते सुबह के पाँच बज गए थे। मन मे चैन कहाँ था। उसी रूट से पर एक और कैलाश हॉस्पिटल था पूछते पूछते वहां तक आ गए थे। वहां पर पता चला कि एक आदमी लगभग रात्रि के तीन बजे किसी को एडमिट करा कर गया है। उसने डॉक्टर को ये बताया था, कि ,उसे ये रोड पर मिला लेकिन वो वास्तविक में वही इंसान था जिसकी गाड़ी से ये हादसा हुआ था ।अभय के पिता समीर बहुत बेचैन थे डॉक्टर ने बताया कि खून की उल्टी होने की बजह से वो कोमा में चला गया था और हाथ पैर की हडिडयां भी जगह- जगह से टूट गयी थी और हमारे पूछने पर एक नंबर बताता रहा था, लेकिन इस नंबर से कोई सम्पर्क नही हो पाया।नम्बर सुनते ही समीर का कलेजा मुँह को आने लगा ।गफ़लत में अभय अपना ही फोन नम्बर बताता रहा था, जो एक्सीडेंट पर गाड़ी के पास टूटा हुआ मिला था। इसलिए डॉक्टर को समझ नही आया ।समीर जल्द से जल्द अभय को देख लेना चाहते थे ,कि वो अभय ही है ।बेटे की लाश देखने के बाद समीर को लगा कि उसे कुछ हो जाएगा ।समीर ने घर पर अपनी बहन को भेज दिया कि घर पर तू अपनी भाभी के पास चली जा, तेरी भाभी को अभय की मौत का अभी पता नही चलना चाहिए ।नीला दिल की बहुत कमजोर थी। उसकी ननद डॉक्टर थी उसने अपनी भाभी को आते ही नींद की दवाई जो नर्वस सिस्टम को रिलेक्स करती है दे दी । घर मे लोगो का कोहराम मच गया नीला को समझते देर नही लगी कि उसका बेटा अब इस दुनियाँ में नही रहा ।आज भी उस काली रात को नीला याद करती है तो कई -कई राते चैन से नही सो पाती है।वो सारा का सारा दृश्य नीला की आंखों के सामने घूमने लगता है। ©Dr Manju Juneja #Darknight #सर्दी #अमावस #हादसा #nojotostory #nojotohindi #ShortStory #ज़ख्म#ढूंढना #कहींपता_ना _चला