बहारें इस तरह खफा हुईं, बंज़र दिल की ज़मी रह गई, खुदा ने बेइंतहा सब दिया, बस प्यार ही की कमी रह गई। साज़ीशों ने ऐसा जाल बुना, कि तमन्नाओं को अपनी मार गए, फिर एक बार बेबस हुए, और सामने मोहब्बत के हम हार गए। जिनकी सपनों की पतंगों को, हम ले गए आसमानों के परे, उनके लिए तो बस इक डोर थे, कटी पतंग हम नीचे आ गिरे। उड़ान देकर जनाब ए आली को, हम गुंजल हो बेकार गए, फिर एक बार बेबस हुए, और सामने मोहब्बत के हम हार गए। #alone #Shaayavita #banjar #Saajish #ishq #FakeLove #Bebas