हर कदम पे रुकावट, हर कदम पे छाले हों, गुज़रे जहां से वहां हर निशान-ए-कदम से उजाले हों, सफर-ए-हयात में जो भी सफर वाले हों, ना उनकी ज़बान पे कड़वाहट, ना वो दिलों के काले हों.... #रुकावट #छाले #निशान_ए_कदम #उजाले #कड़वाहट #दिलों_के_काले #सफर_ए_हयात #शायर_ए_बदनाम