Happy Diwali जब लाखों रुपय कमाते हो, तब हजारों का चढ़ावा चढ़ाते हो, दूर दूर मंदिरों में दर्शन करने जाते हो, कुछ इस तरह तुम पुण्य कमाते हो, एक मज़बूर को ऐसे दबाते हो, जैसे पटाखे मैं आग लगाते हो, फिर दिये जला के घर सजाते हो, गणेश-लक्ष्मी की पूजा करवाते हो, पूरे शहर को धुएँ में उड़ाते हो, आखिर इतना शोर क्यों मचाते हो? कुछ इस तरह तुम दीवाली मनाते हो Happy Diwali #happydiwali #pollutionfreediwali #poetry #kavita