माटी है समान हम सबकी पर भिन्नता है विचारो में जिसके विचार उत्तम उसने रच दी बर्तन सबकी । सुप्रभात। सच्चाई यही है कि अपनी माटी के कुम्हार हम ख़ुद ही हैं। कोई और हमें बना-बिगाड़ नहीं सकता। #कुम्हार #yqdidi #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi