कैसे हो....?? ये सवाल सुनते ही मन मे तमाम बातें उमड़ घुमड़ करने लगती है । एक पल को जी चाहता है वो सारी बातो ,शिकायतो ,पीड़ाओ, वेदनाओं को एक सांस में किसी से कह दे जो ना जाने कब से हलक में अटक कर अपना कसैलापन छोड़ती आ रही है...वो तमाम बातें जिसपर पर रोने की बजाय हम मुस्कुरा जाते है, वो गठरी के समान बंधी हुई भावनाएं जिन्हें आंसुओ के साथ स्वतंत्र कर देना चाहिए..हम ना चाहते हुए भी ढाल देते है उन्हें महज़ दो शब्दो मे और कह देते है..."ठीक हूं"🖤 ©Brij Bihari Shukla #Pain #Life #Reality #Emotion #Love #Dhoka #dikhava