कभी-कभी "मौत के बाद तो हम 'शायरों से इन्साफ' होना चाहिये" "हमारी लाश में पड़ा कफन 'औरों से खास' होना चाहिये" " गमगीन थे सब हमारे जीते जी अब मौत पर मातम क्यों" "कयामत की ख़बर से महफ़िल 'जोरों से आज' होना चाहिये । शनि शुक्ला(shiv) ©Shani Shukla #Shani #shani_shukla #shayarshani #shanishukla999 #alfaj_e_shani #Twowords