मैं छोड़ दूं तुझे तू मकान थोड़ी है, हर सक्स में है तू अनजान थोड़ी है, गर खटक रहा हूं आंख में तो बोल दे मुझे, ना मिट सके ये ज़ख्मी अल्लाह थोड़ी है..। ©MK Zakhmi ना मिट सके ये ज़ख्मी अल्लाह थोड़ी है.. #shadesoflife