बरसात की एक रात- सब बदल गया (कहानी) कृपया अनुशीर्षक में पढ़ें 👇👇👇👇 बरसात की रात -सब बदल गया (कहानी) सूरज एक बहुत ही होनहार लड़का था वह अपने जीवन में डॉक्टर बन कर सब की सेवा करना चाहता था इसके लिए मैं दिन-रात मेहनत ही करता रहता था और पढ़ने में भी बहुत अच्छा था वह घर में सबसे बड़ा था उसकी एक बहन और एक छोटा भाई था वह अपने परिवार के साथ प्रेम पूर्वक खुशी खुशी रह रहा था। परंतु नियति को कुछ और ही मंजूर था एक बार सपरिवार नैनीताल घूमने के लिए गए थे लौटते समय बीच राह में तेज बरसात होने लगी राह पर धीरे धीरे आगे बढ़ रहे थे परन्तु बरसात तेज होती ही जा रही थी अंधेरा और अधिक बढ़ता जा रहा था तभी अचानक से एक बच्चा बीच राह में जाने कहाँ से आ गया और उस बच्चे को बचाने के चक्कर में उनकी गाड़ी एक ट्रक से टकरा गई बहुत ही भयंकर एक्सीडेंट हो गया जब सूरज को होश आया तब उसे पता चला कि उसके माँ-बाप दोनों उस एक्सीडेंट में नहीं रहे उसकी छोटी बहन और भाई की जान बच गई थी सूरज पर मानो पहाड़ टूट पड़ा वह बुरी तरह से टूट गया परंतु छोटे भाई बहनों के लिए उसने हिम्मत जुटाई और फिर से जीना शुरु किया एक पल में सब कुछ बदल गया कहांँ तो वो डॉक्टरी की पढ़ाई करके एक डॉक्टर बनना चाहता था परंतु बड़ा भाई होने के नाते सारी जिम्मेदारी उस पर आ गई मांँ बाप के ना रहने पर उसने अपने भाई बहन को अच्छी परवरिश देने का निश्चय किया और अपना डॉक्टरी का सपना छोड़कर नई राह पकड़ ली। बरसात की एक काली रात ने सूरज की सारी ही दुनिया बदल कर रख दी पर वह हिम्मत से उन परिस्थितियों का सामना करता रहा परन्तु आज भी वो बरसात की काली रात याद आ आ करके सूरज को भयभीत करती है और सूरज उसे चाह कर भी भुला नहीं पाता है। –--------------–---------------------------------------------------------