वादों को हमेशा टूटते देखा है बस वादा ना करना हो सके तो मेरे बिखर जाने पर मेरी ज़रुरत बनना एक डर सा सताता है वो लम्हा ना जाने कैसा होगा बिन तुम्हारे... #emptiness #sachinkumar #Quotes #Shayari #SAD