तेरी खामोशी सजा नहीं हैं ए लोगों से मिली सीख है जब जब तुमने उडने के लिए पंख फैले उसने कांटने के सीवा कुछ किया ही नहीं कसूर तो तेरा ही है तुने भरोसा करके ख्खाँबों को तोड़ा है खुद को आजाद करने के लिए खुद को ही सजा दि हैं ए तेरी ही गलती हैं तुने खुद को कम समझा है ए खामोशी ही तय करेगी तेरे खामोशी कि वजह। ©SUREKHA THORAT #lonly