जो हमारे अपने नहीं उससे शिकायत क्या करना। जिसको हमारी कदर नहीं उसकी इबादत क्या करना। रिश्ते रखो ऐसे इंसान से जो तुम्हारे दामन में दाग न लगाए। मोहब्बत करो ऐसे इंसान से जो तुम्हारे सीने में आग न लगाए। ©M A Waquar rishte rakho aise insan se jo tumhare sine me aag n lagaye