"मेरी जिंदगी है वो" जिंदगी में आई वो मेरे जैसे हौले हौले चलती हवा हो वो भोर हुआ जीवन में मेरे जैसे सूरज की पहली किरण हो वो स्वर उसके इतने मधुर जैसे कोयल करती कुहू कुहू चमक चेहरे की उसके ,जैसे पूनम का चांद हो वो वो जिंदगी में आई मेरे जैसे हौले हौले चलती हवा हो वो मेरे जीवन के मझधार में , बनके जैसे आया चप्पू हो वो सर्दी की रातों में मेरी,जैसे कड़क चाय हो वो नींदों के ख्वाबों में वो ,जैसे प्यारा सा एहसास है वो बनी हृदय की धड़कन मेरी ,जैसे जिस्म के नसो में रक्त संचार है वो अंधेरे में भी हर वक्त है पाया,जैसे मेरी ही परछाई है वो गुस्से में वो इतनी गर्म, जैसे सर्दियों में जलती हुई आग हो वो प्यार में वो इतनी नर्म ,जैसे तानसेन का राग हो वो गर्मियों की धूप में छाव सी वो,जैसे कोई राह किनारे पेड़ हो वो स्वभाव बिल्कुल भोला सा ,जैसे सावन के झूले हो मुस्कराए तो जन्नत सी लगे,जैसे कश्मीर की बर्फ हो वो जिद उसकी इतनी प्यारी, जैसे कोई मासूम सा बच्ची हो वो जिंदगी में आई वो मेरे जैसे हौले हौले चलती हवा हो वो भोर हुआ जीवन में मेरे जैसे सूरज की पहली किरण हो वो स्वर उसके इतने मधुर जैसे कोयल करती कुहू कुहू चमक चेहरे की उसके ,जैसे पूनम का चांद हो वो वो जिंदगी में आई मेरे जैसे हौले हौले चलती हवा हो वो मेरे जीवन के मझधार में , बनके जैसे आया चप्पू हो वो