आखिर तेरी गलती भी क्या थी खता तौ मेरी थी तुज्हें चाहने की तू तौ सही था अपनी तर्फ से गलत तौ मैं था जौ सौच्ची निभाने की मांग कर माफी यूं कर्ज दार ना कर हमें आदत नहीं किसी कौ जूकाने की देख अब ये जादा हौ रहा है तू कौसीस कर रहा हैं नजरें मिलाने की जा खुश रह भुलजा सब कुछ हमे तौ ऊम्मीद भी नहीं थी तेरे आने की अच्छा तौ चौट लगी हैं तुजकौ पर अब तो चाबी हि खौगई है मरहम खाने की marham Hardeep Badal Suprabha Rupali Roy Puja Sharma Pushpa Das