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White समझ नहीं आता इस बेचैनी का सबब हमको क्यूँ

White  समझ नहीं आता  इस बेचैनी का  सबब  हमको
क्यूँ  रहती  है  सुख़न  की  इतनी  तलब  हमको
ख़ुद को  पाती  हूँ  हर वक़्त ख़्यालों  की  क़ैद में
कशमकश ए ज़िन्दगी से मिलेगी रिहाई कब हमको

©Rashmi rati #shayri #poetrycommunity #poetsofinstagram
White  समझ नहीं आता  इस बेचैनी का  सबब  हमको
क्यूँ  रहती  है  सुख़न  की  इतनी  तलब  हमको
ख़ुद को  पाती  हूँ  हर वक़्त ख़्यालों  की  क़ैद में
कशमकश ए ज़िन्दगी से मिलेगी रिहाई कब हमको

©Rashmi rati #shayri #poetrycommunity #poetsofinstagram
rashmiyadav3218

Rashmi rati

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