ऐ ज़िन्दगी आखिर तू चाहती क्या है एक पल खुशी है तो दूसरी एक सज़ा है जो पीछे से लाए थे खुशियां वह आज क्यूं नहीं दिखती जिसे जो चाहिए आखिर वह चीज हमें क्यूं नहीं मिलती जिन पड़ाव को पार कर खुशियां मनाई थी, आज फिर वह पड़ाव लगते है यह दुनिया जो खुशी का मखोटा लगाए घूम रही है, यह किस बाज़ार में बिकते है क्या अजीब सा समय है, आराम में भी आराम नहीं है किसी भी काम का कोई अंजाम नहीं है ऐ खुदा!! हर जगह फिर खुशहाली कर दे मेरे मन में छाए अंधेरे को फिर रौशन कर दे Bas kabhi kabhi kuch smajh nahi aata, kya theek kya galat, kya paya kya khoya...isliye bas likh deta hu... mn halka ho jata hai #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #spectate #finally_arjun