वो अल्फाजों का दरिया है मैं उस दरिया का पानी हूँ वो गीतों गजलों का गाया है मैं उस गाने का साया हूँ वो मेरी ख्वाबों की मंजिल है . मैं मंजिल का राही हूँ। शिव गोस्वामी छतरपुर म.प्र. #Manjilorme