वो जिंदगी की खुशनुमा पल और रात होगी , मानो वह हमारे लिए पहली बरसात होगी , तुमसे दिल की सारी बातें होगी , तुम्हारे बाहों में लिपट कर फिर बिखर जाना है , मानों फिर से जिंदगी की नयी शुरुआत होगी । मुक्तक चैलेंज के तहत इस पंक्ति को आधार बनाकर एक मुक्तक लिखें। इस पंक्ति को आप पहली, दूसरी, या चौथी पंक्ति के रूप में रख सकते हैं। बरसात होगी बात होगी साथ होगी रात होगी