Red sands and spectacular sandstone rock formations प्रातःकाल लेकर सवाल सूर्य हुआ उदित फिर से अनुचित, उचित उलझेंगे,बेवजह, नाहक राग, द्वेष, प्यार और शक पैसा, रुतबा, अहं व धन उलझे दिमाग़ और मन सूर्य हुआ अस्त इंसान हुआ पस्त किस्सा कर घर मे बयान सो जाता फिर चादर तान ©Kamlesh Kandpal #swal