मैं तुम्हारे रास्तें से बचकर कहाँ ही जाऊँगा , ये रास्ता मेरी सोच के हर रास्ते में बसा हुआ है । कभी तुम गौर से पढ़ना मेरे एक एक अल्फाज में बस तुम्हें खुद का अक्श नजर आयेगा । सुनो... तुमको मैं अब कभी नहीं मिलूँगा क्योंकि मैं अब वो पहले जैसा रहा ही नहीं ,तुम्हारे दर्द का जो ये असर है न वो आखिरी है, मेरे हर दर्द हर खुशी का किस्सा बस तुमसे ही जुड़ा है। मुझे पता है तुम्हारे इश्क का गुलाम बस मैं ही हूँ, मैं कितना भी बुलाऊँ तुमको तुम नहीं आओगे , कितने भी साक्ष्य क्यों न दूँ तुम्हे अपनी मोहब्बत का , तुम्हें बस मेरे आंसू मेरी मोहब्बत महज नौटंकी लगेगी ... मैं अगर मौत तक भी तुम्हारा इंतजार करूंगा फिर भी तुम नहीं आओगे तुमने मेरा कहना कभी सुना है क्या ? जो तुम ये सुनोगे कि मुझे मोहब्बत है तुमसे बेइंतहा ... मगर तुमने तो किसी और का हाथ थाम मुझे तन्हा कर दिया एक अंधेरे से घिरा हुआ तन्हा .... ..... 😈Devil ©Devil मुझे पता है अब तुम नहीं आओगे 🙂