जागता रहा रात भर एक चाँद के दीदार को, पर नक़ाब बादलों का कम्बख़्त ने बना लिया। झलकता रहा नूर उसका उस नकाब से फिर भी, औऱ मैंने उस नूर के सहारे स्याह रात को काट लिया। #love #vishal