ए अल्लाह डूब सी गई है ज़िंदगी हमारी गुनाहों मे हम पर अपनी रहमत का साया अता फरमाए। कहीं गुनहगार ही इंतिक़ाल ना कर जाएं।। ©Sarfaraj idrishi ए अल्लाह डूब सी गई है ज़िंदगी हमारी गुनाहों मे हम पर अपनी रहमत का साया अता फरमा कहीं गुनहगार ही इंतिक़ाल ना कर जाएं Islam Manas shandilya Praveen Storyteller