केहना था, उनसे बहुत कुछ , केह ही नहीं पाए, बोलना था, उनसे बहुत कुछ, बोल ही नहीं पाए, शायद, वो बहुत कुछ समझ गए थे,जो समझा ही नहीं पाए, वो दर किनारे करने लगे थे हमें, जो बतला भी नहीं पाए, शायद, वो यू थक गए थे, हमारी नज़रों से,की नज़रें मिला भी नहीं पाए, उसे खुशी तो ज़रूर हुई होगी, मेरे दूर जाने से,जो वो केह नहीं पाए, केहना था, उनसे बहुत कुछ, केह ही नहीं पाए, केह नहीं पाए 😔😔