मैंने सोचा, उनकी बातें अजीब है मैंने देखा वो बड़े अजीब है सोचा, समझा, जाना मैं ही अजीब हूं खुद को जानना ही पहला स्टेप होता है संसार समझना तो फिर चुटकी का खेल होता है खुद के विचार, एक्सपेक्टेशन खुद की कहानियां हम खुद ही बनाते हैं फिर उस में बैठ कर खुद ही उलझ जाते हैं जीवन एक लंबी धारा टकराते हुए इसमें क्यों बहते जाना खुद को समझ कर किनारे पर क्यों ना लग जाना लक्ष्य जीवन में हम एक बनाते हैं दूसरों को समझने से पहले खुद को समझ जाते हैं मैंने सोचा उनकी बातें अजीब है मैंने देखा वो बड़े अजीब है सोचा, समझा, जाना मैं ही अजीब हूं खुद को जानना है पहला स्टेप होता है