कोई बात नहीं मैं भी तेरी माँ हूँ तुझसे क्या कम हूँ? परीक्षा मत ले मेरे सब्र की अब तो जगह भी नहीं बची है तेरे लिए कब्र की! बहुत दले हैं तूने मेरी छाती पर मूँग!! ये मिट्टी , ये हवा, ये पानी ये आकाश, ये अग्नि इन्होने तुझे जीवन दिया है इनसे खिलवाड़ न कर तू, क्योंकि जब ये खिलवाड़ पर उतर आते हैं तो तेरी बोलती बंद हो जाती है! मिटा मत अपना अस्तित्व अपनी जिद में, अपने हठ में अब भी समय है लगाम दे तू अपनी इच्छाओं को अपनी महत्वाकांक्षाओं को अपने अहंकार को! नहीं तो ये इच्छाएँ, ये महत्वाकांक्षाए ये अहंकार ही मिटा देगा तेरा अस्तित्व! #बेकाबू मनुष्य #कॉरोंना #तूफान 2#03.06.20