टूटे तो हौसला दिलाती रूठे तो मनाती है मां सो न जाउं खाली पेट कभी सोते से जगाती है मां छाया करती आंचल की साया बनकर चलती मां आंखों में लिए ममता करुणा हरगिज नहीं बदलती मां....! * * * तेरी ममता को शब्दों में न पिरो सकूं नतमस्तक हूं तेरे आगे मां 👏 अब और न कह सकूं....! ♥️ Challenge-927 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ! 😊💐💐 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा।