बांसुरी की मधुर धुन सुन एक अजीब सा सुकून मिला हमें ज़िंदगी की आपाधापी में खुद को खो दिया था हमने उस धुन में थी ऐसी कशिश, खिंचे चले गए हम उस ओर भूल गए खुद को हम, ना ही सुनायी दिया हमें दुनिया का शोर 🌟 Like • Comment • Share 🌟 प्रतियोगिता🏅 प्रतियोगिता 🏅 प्रतियोगिता 🏅 _______________________________ " साप्ताहिक काव्य प्रतियोगिता " (Post 35) सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा "नमस्कार" 🎀