a-person-standing-on-a-beach-at-sunset एक ओर सृष्टि एक ओर कीर्ति एक ओर जहां, जो न हो इस जैसा बसा दो ना। न हो हिंसा बस रहे मासूमियत बस इतना सा ही सजा दो ना। न सिमटे कोई यूं दर्द की चीत्कार में, न हो किसी की रूह ज़ख्मी। बस मानव बसे तेरे उस जहां में बस इतना दायित्व निभा दो ना।। ©Lovely Love #Sucess #duniya