बचपन और पॉकेटमनी वो खनखनाते सिक्के कौन भूल पाएगा वो पाई पाई जो बचाई थी पहली बार कौन भूल पाएगा। वो ख़ुद की टाफी के पैसे बचा लेना, मम्मी के पूछने पर हां खाया था टॉफी बता देना, कौन भूल पाएगा। जब भर गया गुल्लक तो आयी जो ख़ुशी उसके टूट के गिर जाने पर निकल जो आंखों से आंसू उस पर मम्मी के चेहरे पर आई जो हसी कौन भूल पाएगा। बचपन और पॉकेट 💰 #nojoto #nojoto हिंदी 😊🌼🍀😊🌼🍀