मर कर भी जिंदा हूँ ढिट हौसलों का परिंदा हूँ नींद याए ना आए रातो में सच होने वाला ख़्वाब में चुनिंदा हूँ झूठ कहना फितरत नही कभी मेरी में तो सच कहकर करने वाला निंदा हूँ डगर उच नीच की डराती नही अब मुझे मैं तो छोटा सा उस ख़ुदा का suru हूँ जहाँ फ़रेब ओर झूठ सा लगता है वहां ठहरा नही कभी सच्चे रिस्ते हो जहा वहां अपना पन मेरा सच्चा है जी मर कर भी जिंदा हूँ ढिट हौसलों का परिंदा हूँ!! स्वरचित✍🏻📔 ©Mr.Suru indori⭐🤗 #इन्दोरी