डगर डगर कदम कदम पे रूप ये छला मुझे मैं आदमी सही था तुमने समझा मनचला मुझे ये माना कि रूप तेरा सारी दुनिया का शबाब है पर मेरा भी दिल कम नही लखनवी नवाब है। #शायरी#nojoto komal sindhe Mayank Raghuwanshi