उसने मेरी "जान" की सलामती के लिए व्रत रखा मैंने "अपनी जान" की सलामती के लिए व्रत रखा "तुम हो तो हम हैं,तुम नहीं तो हम कहाँ रह जाएंगे परछाईं से भी ज़्यादा तुम्हारा साथ निभाएंगे परछाईं तो चली जाती है रोशनी के जाने के साथ हम तो मर के भी तुम्हारे पास रह जाएंगे" Aa leke chalun tujhko Ek aise desh mein