कुछ अपनापन समेट लिया था तुमसे सुबह शाम बातें कर के, अच्छा हुआ ये भरम भी टूट गया कोई नायाब रिवायत बनने से पहले #अपनापन #भरम #रिवायत #yqbaba #yqdidi