अच्छा सुनो......। तुम सच कहती थी मैं अच्छा इंसान नही हूँ.... हाँ मैंने भी कभी कुछ अच्छा नही किया खुद के लिए....................................। तुम कहती थी मुझे कदर नही कीमती चीज़ों की... हाँ मैंने ही तो बिना कुछ सोचे समझे दिल तुझे जो दे दिया था................................। तुम सच कहती थी मैं झूठ बोलता हूं..... हाँ मैंने भी तो कहाँ सच बताया खुद को की तुम मुझे प्यार नही करती शायद..................................। तुम कहाँ करती थी ना मैं मतलबी हूँ.... हाँ मुझे बस तेरी ही खुशियो से ही मतलब हुआ करता था.............................। तुम मुझे धोखे बाज़ कहा करती थी ना... हाँ मैंने खुद को सदा धोखे में रखा के तुम मर जाओगी मुझ बिन.............। तुम कहा करती थी ना मैं बदतमीज़ हु हाँ तुम्हारे खिलाफ कुछ सुनते ही मैं लड़ जाया करता था अक्सर...........................। तुम कहा करती थी ना मैं लालची हू हाँ तुम ने भी बहुत फायदा उठाया था मेरा ..................................। तुम कहा करती थी ना मैं घमंडी हु हाँ मुझे अपनी पसंद पर सदा से ही घमण्ड हुआ करता था.............................। पर याद है तुम्हे... तुम कहा करती थी कि लोग बदल जाया करते है अक्सर... मुझे नही पता था के तुम अपनी बात किया करती हो......................................। लो कर लिया मैंने तुम्हारे इल्ज़ामों का हिसाब.... अब तुम देख लो तुम फायदे में हो या मैं Miss u darling.........। #megical #collabchallenge #yqdidihindi #yqdairy #collabchallenge #stories #365days365quotes #twoliner