कवि नही मरता है, "स्याही" में आत्मा अपनी छोड़ जाता है, कलम से बीज अमरत्व का वो बोता है, कवि नही मरता है। "नश्वरता" नहीं भाती उसको, " विदेह" हो कर भी वह "अक्षय" होता है, मौन भला कहाँ स्वीकार पाया अब तक, संवाद में ढाल कर सहज ही खुद को अमर्त्य Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto