बिना तोले जो बोले जा रहे है। वही फूलों में तोले जा रहे है।। जो मैं ख़ुद में सिमटती जा रही हूं। वो नज़रों से टटोले जा रहे है।। कोई बढ़कर उन्हें इतना बता दें। वो मेरा दिल है जो ले जा रहे है ।। सुना है हमने बाज़ो को हराने। सियासत में ममोले जा रहे है।। तुम्हे शर्मिंदा करने के लिए ही। तुम्हारे राज़ खोले जा रहे है।। ये कुर्सी है जिसे पाने की ख़ातिर। दिलो में ज़हर घोले जा रहे है।। कभी ख़ुश्बू कभी जानू कभी हूर। न जाने क्या वो बोले जा रहे है।। ©priya khushbu #allalone तुम्हारे राज़ खोले जा रहे है।।