ज़र्फ़ ए दरख़्त कुछ यू है की वो कितना हसी, वो कितना करीब वो किसी और का सनम वो मेरा नहीं और कितना नायब सा है मेरा रिश्ता, मैं उसका हो चुका पर वो मेरा नहीं और कैसा नसीब न दिया तूने ए ख़ुदा मैं सिर्फ उसका रहा वो मेरा कभी नहीं° ©Jaydeep Goswami somthing #RaysOfHope #JDHEART #alone #nojohindi #Nojoto