टूटते तारे जन्मों के भूखे रहे है यह तारे, फिरते है आसमां में मारे मारे, पल देखे है, कल देखे है, बनते बिगडते, सकल देखे है, आग की बहती नदियाँ, रात सी बितती सदियाँ, संभलते,उजडते है देखी एक से एक दुनिया, वो अटल अमर और अजर है, टूटा भी तो आखिर जाना किधर है? भटकेगा फिर अनंत अमरत्व तक, ख्वाहिशों में दबा बडा फौलादी जिगर है ।। #stars #sky #yqdidi #hindi #faultinourstars #hindipoetry #yqbaba #shayari