Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुसाफिर हूं उस राह की जिस राह की कोई मंजिल नहीं ह

मुसाफिर हूं उस राह की
 जिस राह की कोई मंजिल नहीं है 

प्यार मुझे भी है उससे पर उसे लगता है 
कि मेरे पास दिल नहीं है
 
शायद इसीलिए वह लोगों से मेरे बारे में कहता है 
कि यह शख्स प्यार करने के काबिल नहीं है
                                shayari_ki_d_ayri_ #Awaradil
मुसाफिर हूं उस राह की
 जिस राह की कोई मंजिल नहीं है 

प्यार मुझे भी है उससे पर उसे लगता है 
कि मेरे पास दिल नहीं है
 
शायद इसीलिए वह लोगों से मेरे बारे में कहता है 
कि यह शख्स प्यार करने के काबिल नहीं है
                                shayari_ki_d_ayri_ #Awaradil
shayrikidayri2082

anjoo

Silver Star
New Creator