हम हसीनाओ को इसलिये ज्यादा तवज्जो नही देते,, क्योकि दोस्ती का मजा कुछ ओर है,,,,,,,,,हम कर्ण है,,,हमे सब मालुम है कि सामने स्वंय श्री कृष्ण है,,,जिसका दुसरा नाम मौत है,, तथापि दोस्ती एक अटुट संबंध है इसलिये हम मौत की परवाह भी नही करते ,,,,,,,,,,,,,,,हम श्री कृष्ण है जो दोस्त का नाम सुनते ही दौड पडते है,,,वह सुल्तान हो या फकीर,,,बस दोस्त ही हमारी तकदीर,,,,,,आई लव माय फ्रैण्ड्स,,,,,,,, ओम भक्त मोहन बनाम कलम मेवाड की9549518477