तजुर्बा तो मौत का भी नही फ़िर भी एक लम्हें में कई दफ़ा छू कर गुजरती है घुटन की वजह कम ऑक्सीजन तो नही रुख़्सती भी हर साँस का बोझ बढ़ाती है आसमां से निहारों या किसी कैद खाने से रोशनी.. कहीं उम्मीद तो कहीं बेबसी बढ़ाती है। ©Ashiya Alvii #randomnessoflife #Drops #nojoto2021