वैसे तो सब आता है नजर पर सब हो रहा फिर भी नजर अंदाज है, नेता नगरी है अब भी प्रचारों में मशरूफ भले ही जनता महामारी से "बेजार" है, जो करने की जरूरत है हालात सम्भालने को उसकी तो ले सुध कोई, कहां खोया ये विचार है, लोग अब लौट रहे हैं बेबसी से घरों को लाचार हो रहा ये देश मेरा फिर से एक बार है, कर सको तो बस मेरे देश वासियों इतना करो खुदसे कहो कि रोकना इस महामारी का और "प्रसार" है, सरकार है भगवान भरोसे, पर तुम खुद ही करो बहुत संयम और हिम्मत की जरूरत इस बार है, वैसे तो सब आता है नजर पर सब हो रहा फिर भी नजर अंदाज है....... ©Empty Inkwell by Rahul Sharma #pandemic #Corona_Rush #Electionsindia RJ_Keshvi