कमियों को छिपाता रहा ------------------------------- वह अपनी कमियों को छिपाता रहा। ख़ुद ही अपने आप को भरमाता रहा। जो भी चाहत की कभी पा नहीं सका। वो अपने सीने में नस्तर चुभाता रहा। जब इश्क़ किया तो टूटा दिल उसका। ख़स्ता हुआ और ऑंसू बहाता रहा । उम्र भर सीखने का दौर चलता रहेगा। जो अपनी ख़्वाहिशों को जगाता रहा। 'पंछी' अपनी कमियों को दूर कर लो। समाज आईने सा सब दिखाता रहा। #कमियों_को_छिपाता_है_rks #रचना_का_सार #पाठकपुराण #yqdidi #yqbaba #पाठकपुराण : कमियों को छिपाता रहा -------------------------------