आज हकीकत हूं कल खबर बन जाऊंगा आज अकेला कल धूल में मिल जाऊंगा आज जीवित हूं कल पाषाण बन जाऊंगा कभी आंसू बन कर तेरी आंखों में आ जाऊंगा बहुत नाराज़ रहते हो मुझसे आजकल कल बस गुमनाम किस्सा बन कर रह जाऊंगा.. #nojotohindi#कल#वक़्त#poetry