फ़ाल्गुन में उड़े जो रंग-गुलाल, हर तन रंगता जाये!! तोड़ बैर-द्वेष की दीवारें, प्रीत का रंग मन महल लगाये!! "होली कुछ ऐसी मनायें"!! #smriti_mukht_iiha🌠