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हम आजादी के साक्षी जरुर नही बने,,,लेकिन "वास्तविक

 हम आजादी के साक्षी जरुर नही बने,,,लेकिन "वास्तविक आजादी"के जरुर बने!,,,,आज हमारे शहीदों की आत्मा जरुर प्रफुल्लित हो रही होगी,,,,,,,,,,सच में भगतसिंह ने कहा"""मैं हुँ खिलाडी कब्बडी"का,,,,,,,,हे! प्रभों ,,,हँसता रहे खिलता रहे!मेरे प्यार का चमन,हिँदवा मेरा"मादरेवतन",,,,,,,मालखियत मेरी,मिट्टी है मेरी,,,,,,,,नभ जब केसरियाँ पाग पहनकर जब धरती औढ कर हरितमा साडी जब करती सृष्टि हंस की सवारी तो कुदरत मे रंग तिरंगा लहराता है,,,,,,,,,,,,जय हिंद
 हम आजादी के साक्षी जरुर नही बने,,,लेकिन "वास्तविक आजादी"के जरुर बने!,,,,आज हमारे शहीदों की आत्मा जरुर प्रफुल्लित हो रही होगी,,,,,,,,,,सच में भगतसिंह ने कहा"""मैं हुँ खिलाडी कब्बडी"का,,,,,,,,हे! प्रभों ,,,हँसता रहे खिलता रहे!मेरे प्यार का चमन,हिँदवा मेरा"मादरेवतन",,,,,,,मालखियत मेरी,मिट्टी है मेरी,,,,,,,,नभ जब केसरियाँ पाग पहनकर जब धरती औढ कर हरितमा साडी जब करती सृष्टि हंस की सवारी तो कुदरत मे रंग तिरंगा लहराता है,,,,,,,,,,,,जय हिंद