फ़ौजी और ख़त क्या लिखू तेरे लिए, शब्द ही कम पड़ गएे, वतन की रक्षा में तैनात है, तू।सबकी जान का रक्षक हैं, फिर भी तुझसे एक शिकायत रह गयी, सबकों खुशी देकर, एक गम दे गया, उम्रभर का एक भ्रम दें गया। #Soldier