part(28)एक कहानी प्यार की ==================== अनवर अम्मी से -वो निकाह की date फिक्स हो जाए तो आप लोगो को ईकतला कर देंगे, मै चलता हूँ, अम्मी -अरे बेटा तुमने कुछ खाया पिया भी नहीं, अनवर -अब तो निकाह मे ही खाऊंगा (हस्ते हुऐ बोला ) अम्मी -ठीक है बेटा, अपने अम्मी, अब्बू और सभी को मेरा आदाब कहना ठीक है अनवर -अच्छा मै चलता हूँ, खुदा हाफिज (अनवर चला जाता है ) jeenat - अम्मी मै रुक्सार के घर जाऊ कुछ काम है, अम्मी -क्या बोला तूने अनवर से, देख़ jeenat ये निकाह तो होकर रहेगा समझी jeenat कुछ नहीं कहती और बाहर चली जाती है रुक्सार का घर,,, jeenat अंदर आती है, खाला को देख़ कर, खाला रुक्सार है घर पर, खाला -और बताओ निकाह की तैयारी कैसी चल रही, jeenat -अम्मी से पूछ लेना मुझे क्या पता, ये कह कर वो रुक्सार के कमरे मे चली जाती है, खाला मन मे -अब कैसे उड़ेगी तेरे पँख जो मैंने काट दिए(मुस्कुराते हुऐ ) jeenat बोली रुक्सार तुम्हे पता है अनवर आया था कितना boring है मेरा सिर दर्द हो गया उसकी बाते सुन कर, पूरी ज़िन्दगी कैसे कटेगी उसके साथ, तू सुशांत से बात कर ना (ये बोल रो पडती है )रुक्सार -चुप हो जा jeenat, इस sunday सुशांत आ रहा है तू मेरे घर आ जाना और हम उससे मिलने चलेंगे, jeenat -अम्मी मुझे कही जाने नहीं देती सिर्फ तेरे घर के अलावा, दूकान भी जाना बंद हो गया ====================================== part (28) एक कहानी प्यार की #dilbechara