Nojoto: Largest Storytelling Platform

White यूँ तो कहना हैं बहुत कुछ तुमसे बिन पानी के

White यूँ तो कहना  हैं बहुत कुछ तुमसे 
बिन पानी के बादल होता हैं जैसे 
तुम बादल तो मैं बरसने वाली बरसात
हैं कुछ ऐसा ही  रिश्ता अपना भी ।
बिन शीत के पर्वत होता हैं जैसे 
तुम शीत तो मैं पर्वत में होने वाली शीतलता।
हैं कुछ ऐसा ही  रिश्ता अपना भी ।
बिन श्वास के देह होता हैं जैसे
तुम देह तो मैं उसमें बहने वाली श्वास
हैं कुछ ऐसा ही  रिश्ता अपना भी ।
बिन स्मृति के यादों का होना जैसे 
तुम स्मरण तो मैं उसमें बनने वाली याद 
हैं कुछ ऐसा ही  रिश्ता अपना भी ।
बिन उन्नति के उत्कर्ष  होता हैं जैसे 
मैं उत्कर्ष तो तुम उसकी होने वाली उन्नति
हैं कुछ ऐसा ही  रिश्ता अपना भी ।
 हो रिश्ता  कुछ ऐसा अपना भी
यादें और उन्नति का मिलन हो ऐसे 
यादों की स्मरण और उन्नति का उत्कर्ष
मिले ऐसे की हो न अलग एक दूसरे से कभी जैसे ।

©Utkarsh Gupta #good_night #Love #romance
White यूँ तो कहना  हैं बहुत कुछ तुमसे 
बिन पानी के बादल होता हैं जैसे 
तुम बादल तो मैं बरसने वाली बरसात
हैं कुछ ऐसा ही  रिश्ता अपना भी ।
बिन शीत के पर्वत होता हैं जैसे 
तुम शीत तो मैं पर्वत में होने वाली शीतलता।
हैं कुछ ऐसा ही  रिश्ता अपना भी ।
बिन श्वास के देह होता हैं जैसे
तुम देह तो मैं उसमें बहने वाली श्वास
हैं कुछ ऐसा ही  रिश्ता अपना भी ।
बिन स्मृति के यादों का होना जैसे 
तुम स्मरण तो मैं उसमें बनने वाली याद 
हैं कुछ ऐसा ही  रिश्ता अपना भी ।
बिन उन्नति के उत्कर्ष  होता हैं जैसे 
मैं उत्कर्ष तो तुम उसकी होने वाली उन्नति
हैं कुछ ऐसा ही  रिश्ता अपना भी ।
 हो रिश्ता  कुछ ऐसा अपना भी
यादें और उन्नति का मिलन हो ऐसे 
यादों की स्मरण और उन्नति का उत्कर्ष
मिले ऐसे की हो न अलग एक दूसरे से कभी जैसे ।

©Utkarsh Gupta #good_night #Love #romance