तो ज़िंदगी के किताब को दिमाग से दर्शाउंगा , पन्ने नही सँजोये के कोई पढ़ के क्या कर सकेगा; मरहम तो खुद लगाया, मौत भी कल अकेले होगी, साथ तो साथ साथ सिर्फ समय के लिखे में वक़्त की बात है पेश है, एक ख़ूबसूरत #collab Aesthetic Thoughts द्वारा। #अगरवक़्तमिले #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi